Monday, April 6, 2020

मार्क्सवाद 204(वैज्ञानिकता)

वैज्ञानिकता पर कुन-पॉपर डिबेट पर मैंने एमफिल में एक टर्मपेपर लिखा था, खाश थोड़ा व्यवस्थित व्यक्ति होता, खैर जो नहीं है उसका क्या? पॉपर वैल्यू-फ्री फैक्ट की बात करते हैं जो कुछ होता नहीं। प़पर मार्क्स को मार्क्सवादियों द्वारा मार्क्सवाद की गतिशीलता पर विराम लगाने के चलते मार्क्सवाद को नहीं खारिज करते बल्कि वे उदारवादी (बुर्जुआ) स्वतंत्रता की पक्षधरता के कारण करते हैं। 1945 मेंपॉपर ने दो खंडों में एक किताब लिखा -- मुक्त समाज और उसके दुश्मन (ओपेन सोसाइटी एंड इट्स एनेमीज) पहला खंड स्पेल ऑफ प्लेटो और दूसरा स्पेल ऑफ मार्क्स। 1945 में प्लेटो के अधिनायकवाद (टोटलीटेरियनिज्म) का कोई खतरा नहीं था, मार्क्सवाद का था। पॉर का मकसद प्लेटो से रूसो होते हुए दर्शन में एक धारा का 'अन्वेषण' था जो सामूहिकता के अधिनायकवाद की बेदी पर निजी आजादी की बलि देता है। अभी स्थिति में नहीं हूं, फिर कभी विस्तार से लिखूंगा, तथाकथित मार्क्सवादियों द्वारा मार्क्सवाद की गतिशीलता के आगे गतिरोधक खड़ा करने की बात या पॉपर की आलोचनात्मक (खंडनीयता) की दृष्टि को बिना नकारे, यह कहा जा सकता है कि पॉपर की मूल्यविहीन तथ्य वैज्ञानिकता फॉयरबाक के भौतिकवाद सा मशीनी है, जिसमें द्वंद्वात्मकता का अभाव है। चेतना(विचार) और पदार्थ के द्वंद्वात्मक योग से ही यथार्थ का चित्रण होता है, उसी तरह तथ्य (फैक्ट) और मूल्य (वैल्यू) के द्वंद्वात्मक योग से ही वैज्ञानिकता प्रमाणित होती है।

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