Tuesday, April 21, 2020

शिक्षा और ज्ञान 286 (विश्व गुरु)

एक युवा मित्र को उनके किसी गुरुजन ने कहा कि कोरोना के संकट से भारत की आध्यात्मिक परंपरा तथा यहां के साधु-संत ही उबार सकते हैं। भारत विश्वगुरु था जिसे 800 साल की इस्लाम की गुलामी तथा मैकाले की शिक्षा पद्धति ने नष्ट कर दिया। उन्होंने अपने गुरुजन की सलाह मुझसे शेयर किया। उस पर:

उनसे पूछिए भारत कब विश्वगुरु था? बौद्धकाल भारत के इतिहास का स्वर्णकाल था जिसे पुष्यमित्र से शंकराचार्य तक की हिंसक ब्राह्मणवादी प्रतिक्रांति ने नष्ट किया तथा देश को आर्थिक, बौद्धिक तथा सामरिक रूप से जर्जर किया जिससे कोई भी इसे गुलाम बना सकता था। विश्वगुरू तथा शूरवीरोॆ के देश को इस्लाम 800 साल गुलाम कैसे बना सका? जिस समाज में शस्त्र-शास्त्र का अधिकार छोटे से अल्पसंख्यक समूह के हाथों में केंद्रित हो, समाज का बड़ा हिस्सा मूलभूत मानवाधिकार से वंचित हो, जिसके लिए 'को होए नृपति' की कहावत लागू होती हो, उसे कोई नादिर शाह रौंद सकता था। मैकाले की शिक्षा पद्धति का अनचाहा सकारात्मक उपपरिणाम यह था कि शिक्षा की सुलभता सार्वभौमिक हो गयी।

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