ईश अइलन जब इलाहाबाद
बजरंगी रहलेन नाबाद
होइ गइलन नास्तिक छोड देहलेन धर्म
विज्ञान के छात्र के नाते अवैज्ञानिक कर्म
समझेलन न फिरकापरस्ती क अमानवीय मर्म
करै लगलेन विद्यार्थी परिषदी अपकर्म
पाला पड़ल वैज्ञानिक तेवर की किताबन से
मोहभंग भइल परिषदीे संघी खिताबन से
आत्मसात कइलन तब वैज्ञानिक तेवर
समझ पे चढ़ा जनवादी इंकलाबी कलेवर
समझ गइलन धर्म का फरेबी आन-बान
बनि गइलन बाभन से विवेकशील इंसान
जोगीरा सारारारा .....
No comments:
Post a Comment