कौन नहीं करता? गांव के बुजुर्ग बताते थे कि मेरे परदादा संस्कृत और फारसी के साथ आयुर्वेद के बहुत बड़े जानकार थे, मैं अपने गांव के एक लल्लू बाबा से मिलने जब भी घर जाता जरूर जाता था क्योंकि वे मेरे पर दादा की कहानियां बताते थे। उन्हीं के संदर्भ से बनारस के श्री सीताराम वैद्य ( वे डॉ. राजेंद्र प्रसाद के वैद्य रह चुके थे) ने मेरे फुफेरे भाई का टिटनेस का इलाज किया था। सर सुंदरलाल अस्पताल ने जवाब दे दिया था। वह फिलहाल उप्र सरकार में वित्त अधिकारी है। मेरे परदादा न पैसा लेते थे न किसी के यहां जाते थे। अगर मरीज नहीं आ सकता था तो 24 घंटे के अंदर पहने गए उसके अंडर गार्मेंट की गंध से डाइग्नोज करते थे। बुद्ध ने छठी सदी ईशापूर्व में राज्य की उत्पत्ति का सामाजिक अनुबंध का सिद्धांत दिया था। तीसरी शताब्दी ईशा पूर्व लिखे गए कौटिल्य के अर्थशास्त्र की राज्य की परिभाषा राजनैतिक सिद्धांत के इतिहास में महान प्राचीन योगदान है। हम प्राचीन पूर्वजों की उपलब्धियों में फूलकर कुप्पा होने में अपनी मौजूदा नाकामियां छिपाते हैं।
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