जगह के नाम से विचार बन गया है शाहीन बाग
दुनिया के कोने कोने में फैल रहा है शाहीन बाग
स्त्री प्रज्ञा और दावेदारी का अभियान है शाहीन बाग
एक नए नवजागरण का पैगाम है शाहीन बाग
करने वाला अंधभक्तों की नीद हराम है शाहीन बाग
बाग के मायने बगावत करने का नाम है शाहीन बाग
संविधान का जिंदाबाद करता है शाहीन बाग
तिरंगे को ऊंचा फहराता है शाहीन बाग
देश की अखंडता का निजाम है शाहीन बाग
अलहिंद के जनगणमन का निसान हैशाहीन बाग
शाहीन बाग जिंदाबाद जिंदाबाद
इंकलाब जिंदाबाद जिंदाबाद
होते हैं जो कमजोर, आत्मबल विहीन
ReplyDeleteभरोसा करते हैं किसी दैवीय शक्ति पर
जानते नहीं इतिहास का नियम
कि होता नहीं कुछ भी स्थाई
साश्वत परिवर्तन को छोड़ कर
आखिर कब तक भेड़-बकरियों की तरह हाँकेँ और पाले जाने का चलन चलता रहेगा हमारे देश में ?
ReplyDeleteजब तक हम चिंतनशील इंसान नहीं बन पाएंगे
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