कृषि के महत्व पर एक पोस्ट पर एक मित्र ने कहा कि नेहरू ने कृषि की बजा. उद्योग को बढ़ावा दिया, उस पर :
उद्योग भी जरूरी हैं, जब पाकिस्तान समेत बाकी पूर्व उपनिवेश औद्योगिक पिछड़ेपन के चलते नव उपनिवेश बन गए थे तब नेहरू की औद्योगिक नीति के चलते भारत आत्मनिर्भरता से आगे निर्यातक भी बन गया। सबसे अधिक विकास कृषि उद्योग का हुआ। हमारे यहां रहट और बाद में ट्यूबवेल ने खेती ने खेती की काया पलट कर दिया। पहले आलू-प्याज और बरसाती सब्जियों के अलावा सब्जी के लिए बाजार की ही निर्भरता थी। रहट और फिर ट्यूबवेल के बाद बारहों महीने अपने खेत की सबजी पर्याप्त से अधिक होने लगी, मसाले भी। नहरों के इलाकों की पूछना ही क्या? खलिहानों के आकार दो गुना हो गए।
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