Friday, March 27, 2020

लल्ला पुराण 278 (चीन)

Raj K Mishra चीन में पूंजीवादी पुनरस्थापना 1977-78 में शुरू हो गयी थी। चीन में भिखारीपन, बेरोजगारी, वेश्यावृत्ति, बहुपत्नी प्रथा आदि बुराइयां गधे की सींग की तरह गायब हो गयीं थी, कम्यूनों के विघटन और निजी स्वामित्व के साथ सब बुराइयां वापस हो गयीं। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान देंग आदि पूंजीवाद-पथगामी नेताओं को पार्टी के पदों से हटाया गया था, इन्हें पर्ज नहीं किया गया था जो शक्ति अर्जित करते रहे और माओ के मरने के बाद सत्तासीन हो गए। चीन में कम्युनिस्ट पार्टी एक अधिनायकवादी दल है तथा चीन एक साम्राज्यवादी देश। थिएनमन स्क्वायर छात्र आंदोलन समाजवादी आजादी का आंदोलन था। मैंने उस समय मंथली रिविव में एक लेख लिखा था -- स्टूडेंट्स मूवमेंट फॉर सोसलिस्ट फ्रीडम। इस समय क्यूबा को छोड़कर कोई समाजवादी देश नहीं है।

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