धरती पर पर्याप्त संपदा है
भर सकता है इससे पेट हर इंसान और पशुपक्षी
पर काबिज हैे उनपर चंद धनपशु जोंकें
इसीलिए कर हमला शिक्षा पर
चाहता है ब्राह्मणवादी कुज्ञान थोपना
समाज को मनुवादी कुंए में झोंकना
लेकिन सीख लिया एकलब्यों ने अब
बिन अंगूठे के तीर चलाना
जेयनयू एक विचार है
विचार पर हमला कर देगा
धनपशुओं का सर्वनाश
विचार मरता नहीं
फैलता है
इतिहास रचता है
गीदड़ की मौत आती है तो शहर भागता है
फासीवादी जेयनयू की तरफ
(ईमि: 25.03.2018)
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