बगावत की पाठशाला
पाठ 4
विषय: मार्क्सवाद क्या है?
ऐतिहासिक भौतिकवाद 1 (होमवर्क)
द्वंद्वात्मक भौतिकवाद की पिछली क्लास में माट्साहब कामचोरी के मूड में अंग्रेजी में 10 साल पहले के अपने अंग्रेजी में नोट का लिंक पढ़ने का होमवर्क देकर होली खेलने चले गए। अगर किसी ने होमवर्क कर लिया तो अच्छी बात नहीं किया तो कोई बात नहीं। आज तो कामचोरी का होली के खुमार का अच्छा बहाना है, एक और होमवर्क दे देता हूं। 2011 मार्च में अदमजी (अदम गोंडवी) वाणी से प्रकाशित अपना संग्रह, ‘समय से मुठभेड़’ देने घर आए और ऐतिहासिक भौतिकवाद पर पद्य में पुस्तिका लिखने का आदेश दे दिए, मेरे यह कहने पर कि मैं पद्य नहीं गद्य लिखता हूं, उन्होंने मुझे मेरी बात याद दिलाया कि इंसान नित आत्मान्वेषण करता है। मैं उनकी बात मानकर शुरू तो कर दिया और दो खंड (सिद्धांत तथा आदिम अवस्था से पूंजीवाद का संक्रमण) लिखा फिर वैयक्तिक और बौधिक अनुशासनहीनकृता व आवारगी के अक्षम्य दुर्गुणों के चलते, बीच में छोड़कर और कुछ करने लगे। 2 खंड हो गया है, 4 ही बाकी है। हा हा। अब समय निकालकर लिखे को संपादित, परिष्कृत, संवर्धित करूंगा तथा अलिखे को लिखूंगा। लिखा पढ़ने और राय बनाने देने का होमवर्क देकर आज भी कहीं निकल रहा हूं। अगली क्लास द्वंद्वात्मक भौतिकवाद पर जारी रहेगी।
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