Monday, March 5, 2018

लल्ला पुराण 203 (लेनिन की मूर्ति)

लेनिन भगत सिंह समेत दुनिया के क्रांतिकारियों के प्रेरणा श्रोत थे।फांसी के पहले भगत सिंह लेनिन पढ़ रहे थे और वार्डर से बोले थोड़ा रुक जाओ अभी एक क्रांतिकारी दूसरे क्रांतिकारी से मिल रहा है। विचारक का कोई देश नहीं होता जैसे पूंजी का कोई देश नहीं होता। भारतीय जनता की 11000 करोड़ लेकर भाजपा का राज्य सभा यमपी विजय माल्या इंग्लैंड भाग गया और नरेंद्र मोदी का पालक धनपशु नीरव मोदी 1265 कोरोड़ लेकर स्विटजरलैंड भाग गया। शुषमा स्वराज का क्लायंट. वसुंधरा राजे का सखा ललित मोदी सैकड़ों करोड़ लेकर विदोश भाग गया। गाधी की मूर्ति की तरह लेनिन की भी मूर्ति सब देशों में है। मैं मजदूर हूं, मजदूर का भी कोई राष्ट्र नहीं होता। पाकिस्तानी मजदूरों समेत दुनिया के मजदूरों से मुझे उतना ही प्यार है जितनी नीरव मोदी, अडानी, अंबानी समेत मददूरों का खून चूसने वाले दुनिया के धनपशुओं और मोदी और ट्रंप समेत उनके चाकरों से नफरत। मैं क़मरेड लेनिन की उतनी ही इज्जत करता हूं जितनी अंग्रेजों की दलाली करने वाले सावरकर की अवमानना। ये संघी तालिबानी अफगानिस्तान के मुसंघी तालबानियों के रास्ते पर है, सब आतंकवादी मौसेरे भाई हैं।

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