बढ़ते जा रहे हैं मुल्क में साल-दर-साल भिखारी
भरती जा रही है हरामखोर धनपशुओं की तिजोरी
कहा एक धनपशु ने इसका कारण है कामचोरी
मकसद है उसका छिपाना खुद की हरामखोरी
फैलाया है हाथ रोटी के लिए जो नहीं है कामचोर
श्रम के साधनों पर काबिज हैं धनपशु हरामखोर
(ईमि: 28.01.2017)
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