Sunday, January 1, 2017

मुबारक हो नया साल

मुबारक हो नया साल
देश में पड़ने वाला है भयानक अकाल
नोटबंदी की भीषण प्रलय का कमाल
बर्बाद हो रहे गरीब अमीर हो रहे मालामाल
नहीं हो रहा कहीं मगर कोई हाहाकार
नाइंसाफी की सहिष्णुता है यहां अपरंपार
काला धन है देश का सात समुंदर पार
बदले में उजाड़ रही नोटबंदी गरीबों का घरबार
लोगों की लाचारी को समर्थन बताती यह सरकार
झूठ और मक्कारी की माया है अपार
(ईमि: 01.01.2017)

2 comments:

  1. फिर भी मंगलमय हो आपको मिश्रा जी
    सपरिवार आ गया है जो नया साल :)

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