होता है है प्यार में विचारों का भी मेल
होती नहीं मुहब्बत महज दिलों का खेल
इसीलिये नहीं होती जूता लात की बात
चूकते नहीं मगर करने से शब्दाघात
होती रहती जो शब्दों की भिड़ंत
फ्रायडियन चुम्बकत्व का हो जाता है अंत
रहता है ऐसी मुहब्बत का सिलसिला अाबाद
होते हैं विचार जिनकी बुनियाद
होता है इस इश्क में इक त्रिकोण अजीब
जमाना बन जाता है दोनों का रक़ीब
होता महबूब भी बस इक अज़ीज़ हमसफ़र
साझे सरोकारों पर करते जो जिरह-ओ-बसर
करते हैं इक-दूजे को जब अलविदा
साथ ले जाते हैं मोहक यादों का पुलिंदा.
(ईमिः31.01.2015)
होती नहीं मुहब्बत महज दिलों का खेल
इसीलिये नहीं होती जूता लात की बात
चूकते नहीं मगर करने से शब्दाघात
होती रहती जो शब्दों की भिड़ंत
फ्रायडियन चुम्बकत्व का हो जाता है अंत
रहता है ऐसी मुहब्बत का सिलसिला अाबाद
होते हैं विचार जिनकी बुनियाद
होता है इस इश्क में इक त्रिकोण अजीब
जमाना बन जाता है दोनों का रक़ीब
होता महबूब भी बस इक अज़ीज़ हमसफ़र
साझे सरोकारों पर करते जो जिरह-ओ-बसर
करते हैं इक-दूजे को जब अलविदा
साथ ले जाते हैं मोहक यादों का पुलिंदा.
(ईमिः31.01.2015)
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