Monday, January 19, 2015

ईश्वर विमर्श 22

Pushpa Tiwari दंभ तो कभी किया नहीं, ल कभी किसी से डरा न भगवान से न भूत से. हां साधारणता अौर निर्भयता की थोडी अकड़ जरूर है.विद्यार्थी से बदले की भावना रखनेवाला शिक्षक शिक्षक नहीं हो सकता. इंसान से बदले की भावना वाला भगवान नहीं. एक बार की बात है, 23-24 साल पहले की. मैं फ्रीलांसर यानि बेरोजगार था. किसी बात पर मेरी पत्नी ने कहा भगवान के बारे में उल्टा-सीधा बोलते हो इसी लिये तुम्हारे साथ गड़बड़ होता है, मैंने कहा भगवान इतना चिरकुट है कि मेरे जैसे अदना इंसान से बदला लेने अा जाता है, तो अौर ैसी-तैसी करूंगा, अौर जो बिगाड़ना हो बिगाड़ ले. वह तो नहीं उसके बंदे बिगाड़ने की कोशिस करते रहते हैं.

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