धैर्य रखो धन्ये!
कोमल हो जाएगी उसके जाने की सख्त घड़ी
वापसी की मोहक उम्मीदों में
वियोग-संयोग के संगम से खिंचती है जीवन रेखा
कोमल हो जाएगी उसके जाने की सख्त घड़ी
वापसी की मोहक उम्मीदों में
वियोग-संयोग के संगम से खिंचती है जीवन रेखा
(ईमिः16.06.2014)
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