Friday, June 20, 2014

हर हर मोदी.

रेल किराये में अभूतपूर्व वृद्धि - 14.5%. अच्छे दिन तेजी सो आ रहे हैं. यह रेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कि पूर्व (यानि देश की रेलवे की अकूत संपत्ति भूमंडलीय पूंजी के समर्पित करने के पहले) आम जन की बदहाली की कीमत पर अपने भूमंडलीय आकाओं को मुनाफे की गारंटी का उपहार है जिन्होने हजारो करोड़ भूटान को नेपाल, लाहौर को अंडमान, तक्षशिला को बिहार बताने वाले और विवेकानंद को श्यामाप्रसाद से मिलाने वाले,  "visionary" तथा नसंहार और बलात्कार के आयोजन से सांम्रदायिक ध्रुवीकरण की चुनावी फसल काटने वाले सामाज-विनाशक कारपोरेट कुमार को विकासपुरुष, युग पुरुष और यहां तक कि कल्कि-अवतार साबित करने में खर्च किया. रेल और डीजल के किराये बढ़ने से सभी वस्तुएं मंहगी होंगी और अच्छे दिन आ जायेंगे लेकिन जनता के नहीं थैलीशाहों के. हर हर मोदी.

2 comments:

  1. अभी और अच्छे आयेंगे जल्दी बाजी मत करो मैं तो कच्छा सिलवा रहा हूँ अपने लिये :)

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    1. मैंने तो जला दिया 1973 में ही

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