Thursday, May 1, 2014

इंतजार-ए-तबील

इंतजार-ए-तबील में करो मत खर्च वक्त
आता नहीं लौटकर फिर कभी ये कंबख्त
बढ़ो आगे जुटाकर अपने अंदर का संबल
साथ चलेगा सफर बन तुम्हारा दलबल
रुको नहीं पाकर बस पहली मंजिल
अगली की योजना में रहे सदा दिल
(ईमिः30.04.2014)

No comments:

Post a Comment