हो गयी अब तो यह 48 साल पुरानी बात
पहुंची थी जब उनके घर हमारी बारात
उन दिनों की शादी-व्याह की कहानियां
लगती हैं परी कथाओं की बानगियां
पुरोहित कर रहे थे कुछ अबूझ मंत्रोच्चार
आ रहे थे वस्त्रों में ढकी आकृति के विचार
हुई तीन साल बाद जब पहली मुलाकात
दोनों अपरिचितों को बीच हुई जिस्मानी बात
होनी चाहिए जो दिलो दिमाग के विमर्श का निष्कर्ष
शुरू हुआ वहां से हमारे संबंधों का विमर्श।
किसकी शादी की बात हो रही है? आपकी हुऐ तो 48 नहीं हुऐ होंगे :)
ReplyDeleteपर समय के हिसाब अपने होते हैं वो भी शादियाँ हुआ करती थी जब पुरुष स्त्रियों के चेहरे ही नहीं देख पाते थे सालों तक। आज अलग बात है।
हमने भी नहीं देखा था 3 साल बाद गवन आने तक
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