जैसे बीएचयू को काहिवि लिखा जाता है वैसे ही इवि को भी प्रवि लिखा जाता रहा है। जिनके पास कोई अंतर्दृष्टि नहीं होती न कुछ नया करने की औकात वे नाम बदलकर ही अपनी पीठ ठोंक सकते हैं। इवि मुगलकालीन नहीं, ब्रिटिशकालीन है। मुगल कालीन नाम इलाहाबाद है, Allahabad ब्रिटिशकालीन है। नाम बदलने से इतिहास नहीं बदल जाता। प्राचीन नाम रखने से प्राचीन गौरव की पुनरस्थापना नहीं होती, समतुल्य कृत्यों से नया पुनर्निमाण होता है। यूरोपीय नवजागरण प्राचीन की याद में नवीन का निर्माण था न कि प्राचीन का पुनर्नमाण न ही नवीन का प्राचीन नामकरण। अतीत का पुनर्निमाण नहीं होता उससे सीख लेकर वर्तमान का नवनिर्माण होता है। नाकरण से गौरवान्वित होने वाली संस्कृति अधोगामिता को अभिशप्त है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment