मैंने बहुत से लेख शेयर किया है इस ग्रुप में, पढ़ लें तो थोड़ा जानकारी हो जाएगी कि साम्यवाद क्या है, फिर जवाब देंगे? भक्त वैसे सीखने के लिए नहीं मेरी परीक्षा लेने की अपनी कुंठा निकालने के लिए ये सवाल पूछता है। वैसे आप साम्यवाद से क्या समझते हैं? अब हर किसी को अलग अलग जवाब देते नहीं फिरूंगा, एकाध दिन में फुर्सत में नया लेख लिखता हूं। 10-15 गंभीर लेख शेयर कर चुका हूं लेकिन निजी खुन्नस निकालने के मसद से आंय-बांय करने वालों में गंभीर लेख पढ़ने का धैर्य नहीं होता। दो बातें बता देता हूं -- 1. साम्यवाद, निजी संपत्ति के विनाश के खंडहरों पर बनने वाली भविष्य की विश्व-व्यवस्था है, खास देशों में समाजवादी क्रांतियां संक्रमणकालीन व्यवस्थाएं हैं। 2. संक्रमणकालीन व्यवस्था में उत्पादन के साधनों पर निजी स्वामित्व की जगह सार्वजनिक (सरकारी) स्वामित्व होता है जिसमें हर किसी के पास काम का अधिकार होता है एवं काम के अनुसार भुगतान होता है। चीन में 1978 से कम्यूनों के विघटन एवं उत्पादन साधनों के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। चीन में माओ की वही स्थिति है जो हमारे यहां गांधी की, दफ्तरों में तस्वीर पर फूल-माला चढ़ा दी जाती है। आग्रह है प्रश्न सीखने के लिए पूछें, परीक्षा लेने के लिए नहीं।
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