Tuesday, December 19, 2017

शिक्षा और ज्ञान 137

आप तो बहुत भयानक हिंदुत्ववादी हैं। "कश्मीरी पंडितों के हालात जैसे हजारों मुद्दों पर मुंह बंद रखना उचित समझते हैं । और यही कारण है कि भारत की संस्कृति, भारतीयता, हिन्दू संस्कृति, हिन्दू अस्मिता अपने ही घर में पनाह ढूंढता फिर रहा है । मैं हिन्दूवादी नही हूँ, न ही हिन्दू धर्म मे व्याप्त कुरीतियों का समर्थक हूँ फिर भी अपने संस्कृति पर गर्व करता हूँ ।" हम हर उत्पात और मानवाधिकार उल्लंघन के विरुद्ध लिखते हैं। आरयसयस-जमाते इस्लामी दोनों पर। कि संस्कृति पर गर्व करते हैं? भारतीय संस्कृति पर या हिंदू संस्कृति पर?क्या भारतीय संस्कृति और वर्णाश्रमी, मर्दवादी ब्राह्मण ( हिंदुत्ववादी हिंदू संस्कृति) एक ही है? आप कहां पैदा हो गए इसमें आपका कोई योगदान नहीं है, उस पर गर्व-शर्म करना यह बताता है कि जन्म की जीववैज्ञानिक दुर्घना के अलावा गर्व करने की कोई उपलब्धि नहीं है। विषयांतर से विमर्श विकृत करना भी भक्तिभाव की प्रवृत्ति है।

No comments:

Post a Comment