मजहब हमें सिखाता आपस में बैर करना
पैगंबर-अवतारों के नाम पर लड़ते ही रहना
सारे ही मजहब औरत को जागीर समझते हैं
कुछ पत्थरों से मारते हैं तो कुछ जिंदा जलाते हैं
कुछ नर्क का भय दिखाते हैं तो कुछ दोजख का
कुछ हत्याओं का जश्न मनाते हैं तो कुछ जेहाद का
भय और अज्ञान से पैदा होता है परवरदिगार
धर्म बन जाता है शोषण और दमन का हथियार
(ईमि: 29.12.2017)
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