Ajit Tiwari सांप्रदायिकता धार्मिक नहीं, धर्मोंमादी लामबंदी की राजनैतिक विचारधारा है जो नफरत सिखाती है, चाहे वह हिंदुत्व सांप्रदायिकता हो चाहे इस्लामी या खालिस्तानी।
Ajit Tiwari मैेने एक इंसान की पोस्ट शेयर किया है लेकिन आपके दिमाग में भरा फिरकापरस्ती का जहर आपको हिंदू-मुसलमान के बाइनरी से ऊपर नहीं उठने देता। हिंदू नाम तो अरबों का दिया हुआ है। बाकी यहां कम्युनिज्म का तो कोई जिक्र नहीं है आप क्यों उसके भूत से बेबात प्रभावित हो अभुआने लगते हैं। बाकी कम्युनिज्म की आपकी समझ पर तरस ही खाया जा सकता है। सादर।
Satish Tandon हिंदू शब्द तो अरबों ने एक भौगोलिक इकाई के रूप में प्रयोग किया। हिंदुत्व शब्द का ईजाद अंग्रेजों की शह पर लीगियों की तरह अंग्रजी राज के वफादार और पेंसनयाफ्ता माफीवीर सावरकर ने किया तथा उनकी नकलकर आरएसएस ने, जो एक पिरामिडाकार फासिस्ट संगठन है, मैं भी बचपन में जिसका सदस्य रहा था। मैं तो 17-18 साल की उम्र में बाभन से इंसान बन गया, जनेऊ 13 साल में ही तोड़ दिया था। मेरे ब्राह्मण पुत्र होने में मेरा कोई योगदान नहीं है, बल्कि यह तो एक जीववैज्ञानिक संयोग का परिणाम है।
Ajit Tiwari मैेने एक इंसान की पोस्ट शेयर किया है लेकिन आपके दिमाग में भरा फिरकापरस्ती का जहर आपको हिंदू-मुसलमान के बाइनरी से ऊपर नहीं उठने देता। हिंदू नाम तो अरबों का दिया हुआ है। बाकी यहां कम्युनिज्म का तो कोई जिक्र नहीं है आप क्यों उसके भूत से बेबात प्रभावित हो अभुआने लगते हैं। बाकी कम्युनिज्म की आपकी समझ पर तरस ही खाया जा सकता है। सादर।
Satish Tandon हिंदू शब्द तो अरबों ने एक भौगोलिक इकाई के रूप में प्रयोग किया। हिंदुत्व शब्द का ईजाद अंग्रेजों की शह पर लीगियों की तरह अंग्रजी राज के वफादार और पेंसनयाफ्ता माफीवीर सावरकर ने किया तथा उनकी नकलकर आरएसएस ने, जो एक पिरामिडाकार फासिस्ट संगठन है, मैं भी बचपन में जिसका सदस्य रहा था। मैं तो 17-18 साल की उम्र में बाभन से इंसान बन गया, जनेऊ 13 साल में ही तोड़ दिया था। मेरे ब्राह्मण पुत्र होने में मेरा कोई योगदान नहीं है, बल्कि यह तो एक जीववैज्ञानिक संयोग का परिणाम है।
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