Friday, March 24, 2017

रोमियो स्क्वेड पर

अभी तो यह शुरुआत है ब्राह्मणवादी जहालत की
आगे आगे देखिए कमाल तालिबानी महारत की
कब्र से खोदकर है औरतों के बलात्कार की तमन्ना इनकी
मनुवाद लक्ष्य इनके आपराधिक लंपटता की
इनका नेता है एक ऐसा परजीवी महंत
रक्त पिपासा की जिसके नहीं कोई अंत
भक्तों का तो होता दिमाग बंद और आत्मा बेजान
बेकथा सत्यनारायण की कथा का लगाते हैं अजान
जलाते किताबें ज्ञान-विज्ञान की पढ़ते फरेबी पुराण
पूर्वजों की धूर्तता का थकते नहीं करते हुए गुणगान
ज्ञान-विज्ञान से है पुरोहिती परंपरा को खतरा
लफड़े में पड़ जाएगी दक्षिणाखोरी की परंपरा
रहेगी जब तक समाज में अंधविश्वासों की आदत
होती रहेगी ब्राह्मणवादी फरेबियों की इबादत
(बाकी बाद में)


(ईमिः 24.03.2017)

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