Uttam Narayan मुझे नहीं पता आपने कौन सी इतिहास की किताबें पढ़ा है. जिसका हीरो हिटलर और अमेरिका हो और दिमाग बंद उसे पढ़ाने का वक्त फिलहाल मेरे पास नहीं . माना साइंस के ज्यादर विद्यार्थी कोर्स के फार्मूलों के अलावा पढ़ने लिखने में यक़ीन नहीं करते, अखबार तो पढ़ लिया कीजिए. बिन लादेन की लाश समुद्र में अवमानना के साथ फेंकी गयी थी. फिलहाल आप से विदा लेता हूं. पहले ही आप पर काफी समय खर्च कर चुका हूं. फिर बात करनी हो तो थोड़ा पढ़-लिख लीजिए और मानवीय संवेदना से दिमाग इस्तेमाल की आदत डालिए. तब तक नमस्कार.
Alok Singh अजय राय गुंडा है मोदी हत्या बलात्कार करवाने वाला अंबानी का एजेंट है, केजरीवाल नौटंकीबाज है, आप की ही बात मान लें तो गुंडे और नौटंकीबाज की तुलना में आप हत्या-बलात्कार के आयोजक एक ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे जो गुजरात की तरह भारत को अंबानी-अदानी-टाटा के हाथों गिरवी रख दे. आप की हिटलर भक्ति समझी जा सकती हा. आप भी शायद साइंस के विद्यार्थी हैं और बंद दिमाग से अफवाहों से इतिहास पढ़ते हैं. फिलहाल आप भी विदा लीजिए. नमस्कार. केजरीवाल ने जैसे ही अंबानी पर मुकदमा किया उसके दोनें एजेंट -- कांग्रेस-भाजपा ने हाथ मिला लिय और उसकी सरकार गिरा दी क्योंकि दोनों ही नहीं चाहते भ्रष्टाचार खत्म हो.
एक मोदियाया हुए हिंदू राष्ट्रभक्त ने मेरी एक पोस्ट पर आजादी की लड़ाई का श्रेय अपने इतिहास नायक हिटलर को दे दिया जिसने विश्व युद्ध के जरिए अंग्रेजों को हिंदुस्तान से भगाया. इनके गुरू गोल्वल्कर ने तो गांधी और भगत सिंह दोनों के नेतृत्व के आंदोलनों को अज्ञान के अंधकार की उपज बताकर अंग्रेजों की आजादी की लड़ाई में हिस्स्सेदारी की थी. ये नवजवान विना जानकारी के, बिना पढ़े-लिखे मनों में जहरभरी राय बना लेते हैं. हम क्या पढ़ा रहे हैं इन बच्चोें को. यह बहुत चिंता की बात है.
जोे नवजवान आपकी तरह कु-समाजीकरण के चलते दिमाग गिरवी रख पशुकुल में वापस जा तोते-भेंढ़ बन जाते हैं उन्हें मेरी बात नहीं समझ आयेगी, क्योंकि दिमाग का इस्तेमाल ही मनुष्य को पशुकुल से अलग करता है. तमाम खुले दिमाग से सीखने को आतुर नवजवानों को मेरी बातें समझ में आती हैं. आप तो इसी भाषा के तमीज में अपने पिता से भी भात करते होंगे या उन्ही से सीखा है? सकंघी जहालत का आलम यह है कि जो लिखा वह नहीं पढ़ेंगे औरक न लिखा पढ़ लेंगे. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही कारपोरेटी दलाल पार्टियां हैं अंबानी सिर्फ फेंकू नबीं पालता पप्पू भी पालता है. जैसे ही केजरीवाल ने अंबानी पर मुकदमा किया दोनों ने मिलकर सरकार गिरा दी. गाली-गलौच छोड़ कुछ पढ़ो लिखो काम आएगा.
आपको क्या परेशानी हो रही है प्रचार का हक़ सिर्फ अंबानी के एजेंट्स को है. यहां प्रचार अपना नहीं विचारों का करता हूं. इसीलिए तो आपके भी पीछे पड़ा हूं कि दिमाग इस्तेमाल करने के लिए प्रेरितकर आपको स्वरूप में ही नहीं सार में भी पशुकुल से अलग होने के लिए प्रोत्साहित कर सकूं. वैसे शाखा की लाठीबाजी और अफवाहजन्य बौद्धिकों के प्रशिक्षण से कुंद-मष्तिष्क बच्चों को सिखाना मुश्किल होता है. लेकिन आसान काम तो सब कर लेते हैं.
Alok Singh अजय राय गुंडा है मोदी हत्या बलात्कार करवाने वाला अंबानी का एजेंट है, केजरीवाल नौटंकीबाज है, आप की ही बात मान लें तो गुंडे और नौटंकीबाज की तुलना में आप हत्या-बलात्कार के आयोजक एक ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे जो गुजरात की तरह भारत को अंबानी-अदानी-टाटा के हाथों गिरवी रख दे. आप की हिटलर भक्ति समझी जा सकती हा. आप भी शायद साइंस के विद्यार्थी हैं और बंद दिमाग से अफवाहों से इतिहास पढ़ते हैं. फिलहाल आप भी विदा लीजिए. नमस्कार. केजरीवाल ने जैसे ही अंबानी पर मुकदमा किया उसके दोनें एजेंट -- कांग्रेस-भाजपा ने हाथ मिला लिय और उसकी सरकार गिरा दी क्योंकि दोनों ही नहीं चाहते भ्रष्टाचार खत्म हो.
एक मोदियाया हुए हिंदू राष्ट्रभक्त ने मेरी एक पोस्ट पर आजादी की लड़ाई का श्रेय अपने इतिहास नायक हिटलर को दे दिया जिसने विश्व युद्ध के जरिए अंग्रेजों को हिंदुस्तान से भगाया. इनके गुरू गोल्वल्कर ने तो गांधी और भगत सिंह दोनों के नेतृत्व के आंदोलनों को अज्ञान के अंधकार की उपज बताकर अंग्रेजों की आजादी की लड़ाई में हिस्स्सेदारी की थी. ये नवजवान विना जानकारी के, बिना पढ़े-लिखे मनों में जहरभरी राय बना लेते हैं. हम क्या पढ़ा रहे हैं इन बच्चोें को. यह बहुत चिंता की बात है.
जोे नवजवान आपकी तरह कु-समाजीकरण के चलते दिमाग गिरवी रख पशुकुल में वापस जा तोते-भेंढ़ बन जाते हैं उन्हें मेरी बात नहीं समझ आयेगी, क्योंकि दिमाग का इस्तेमाल ही मनुष्य को पशुकुल से अलग करता है. तमाम खुले दिमाग से सीखने को आतुर नवजवानों को मेरी बातें समझ में आती हैं. आप तो इसी भाषा के तमीज में अपने पिता से भी भात करते होंगे या उन्ही से सीखा है? सकंघी जहालत का आलम यह है कि जो लिखा वह नहीं पढ़ेंगे औरक न लिखा पढ़ लेंगे. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही कारपोरेटी दलाल पार्टियां हैं अंबानी सिर्फ फेंकू नबीं पालता पप्पू भी पालता है. जैसे ही केजरीवाल ने अंबानी पर मुकदमा किया दोनों ने मिलकर सरकार गिरा दी. गाली-गलौच छोड़ कुछ पढ़ो लिखो काम आएगा.
आपको क्या परेशानी हो रही है प्रचार का हक़ सिर्फ अंबानी के एजेंट्स को है. यहां प्रचार अपना नहीं विचारों का करता हूं. इसीलिए तो आपके भी पीछे पड़ा हूं कि दिमाग इस्तेमाल करने के लिए प्रेरितकर आपको स्वरूप में ही नहीं सार में भी पशुकुल से अलग होने के लिए प्रोत्साहित कर सकूं. वैसे शाखा की लाठीबाजी और अफवाहजन्य बौद्धिकों के प्रशिक्षण से कुंद-मष्तिष्क बच्चों को सिखाना मुश्किल होता है. लेकिन आसान काम तो सब कर लेते हैं.
No comments:
Post a Comment