रामायण एक महाकाव्य है जो अपने चरित्रों के माध्यम से कुछ मूल्यों की रक्षा और पोषण करता है -- पित्रिसत्तात्मक वर्णाश्रमी मूल्यों का. मिथ और महाकाव्य से सामाजिक इतिहास समझने के लिए पाठ को demystify करना पड़ता है. राम वर्णाश्रमी, पितृसत्तात्मक मूल्यों के प्रतिनिधि नायक हैं, उन्हें आदर्श प्रक्षेपित करके हम प्रकारांतर से उन्ही मूल्यों को संवर्धित करते हैं, जिनका आदर्श वह आदर्श है.
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