Saturday, April 19, 2014

Educated Duffer 3

Vibhas Awasthi  दुर्भाग्य से बहुत से लुच्चे-लफंगे, ठेकेदारी प्रवृत्ति के लोग सभी परीक्षाओं से निरस्त हो किसी फादर-गॉडफादर की कृपा से शिक्षक हो जाते हैं और अभारगे शिक्षक होने के महत्व और आनंद से वंचित नौकरी करते हैं और अपने से ही पढ़े-लिखे जाहिल पैदा करते हैं. यदि 30-40फीसदी शिक्षक शिक्षक होने के महत्व को समझते तो क्रांति आ जाती. 1985 के आस-पास एक मित्र के साथ एक पुस्तक की योजना बनी जो शीर्षक से आगे न बढ़ सकी. गॉडफादर्स एंड बास्टर्ड सन्स. 2 साल पहले संयोग से इवि के एक लॉ के प्रोफेसर से मुलाकात हो गयी थी, इस साल गयो तो पता चला सजातीय वीसी ने उन्हें रजिस्ट्रार बना दिया है. चायचर्चा में उन्होने बताया कि वे तो इज्जत बचाने के लिए स्टूडेंट्स से दूर दूर ही रहते हैं. मैंने कहा प्रोफेसर साहब बचाई तो वह चीज जाती है जो पास हो. इज़्जत तो न दहेज में मिलती है न दलाली में, पारस्पारिकता से कमाई जाती है, विद्यार्थियों से दूर दूर रह कर आपने उसे कमाया ही नहीं तो बचायेंगे क्या. उन्होने मुस्कराकर बर्दास्त कर लिया. 

2 comments:

  1. और सबसे बड़ा वाला वी सी उससे बड़ा यू जी सी क्यों सही बात है ना :)

    ReplyDelete