देश न झुकने देगे के मोदी के शगूफे पर मेरी कवगूो पर कुछ संघियों के कमेंच पर मेरे कुछ कमेंटः
Ish Misra आपका अंदाज मेरे अंदाज से अलग हो सकता है अंदाज़ तो फिर अंदाज ही है. साहित्य में कई विधाएं होती हैं -- अविधा, व्यंजना, अतिरंजना. जैसे आप 30-40 लोगों से मिलकर 78 फीसदी मत मोदी को दिला रहे हैं जब कि किसी से भी मिलने वाले लोग लगभग समान सोच के होते हैं. इसे अतिरंजना कहते हैं.
Arvind Pal मित्र पहले ही आग्रह कर चुका हूं कि दिमाग के अंदर भरे फिरकापरस्ती के जहर को निकालकर उसे विवेक सम्मत बनाएं. दिमाग के इस्तेमाल में किफायत बौद्धिक-विकास में बाधक है क्योंकि दिमाग को भविष्य में इस्तेमाल के लिए रेफ्रीजरेटर में तो रख नहीं सकते. ओवैसी मोदी की ही तरह एक सांप्रदायिक नर-पिशाच है, कोई मैला खाए तो उसके दवाब में आप भी मऐला खायेंगे? संघी आदत के अनुसार , दिमाग को ताक पर विषयांतर से विमर्श को विकृत करने की साजिश से बाज नहीं आते. जरूरी नहीं है हर कोई हर बात पर बोले. विषय पर कुछ कहने को न हो तो चुप रहने में कोई बुराई नहीं है. एक साधारण शिक्षक को आपकी तरह बंद दिमाग के विद्यार्थी का दिमाग खोलने के लिए जितने समय और धैय4य की जरूरत है वह मेरे पास है नहीं. इस लिए विदा लीजिए, नहीं तो मैं ही विदा कर दूंगा.
@#Shbir Mansur संघियों की ही तरह आप भी प्रायः संघियों की तरह दिमाग के इस्तेमाल में कोताही करके विषयांतर से विमर्श को विकृत करते हैं. आप भी विदा लें. मैं 32 साल से कांग्रेस के खिलाफ लिखता रहा हूं. अभी मुल्क को खतरा फासीवादी अभियान से है. आप से संवाद मुझे समय की बर्बादी लगती है, अतः मुक्ति दें.
Saras Tripathi Verey good reasoning ha ha. Where did you learn it from? Bush? Those who are not with America are terrorists. Those who are not with Modi, an Ambani-Adani agent and a communal fascist, are ISI agent. Are you a CIA agent? 32 people have liked this post and and 7 people have shared it that means, we all 40 people are CIA agents? BJP gets less than 20% vots at the national level, are remaining over 80% ISI agents? Like a typical Sanghi तोता on anything get haunted by specter of ISI and Naxalism and like typical Sanghi bigot try to divert the issue to sabotage the discourse without application of mind. Sanghis use fake identities to spread rumors. RSS=Rumor Spreading Syndicate.
I have no time to waste, that too on a Sanghi duffer who has not gone into unlearning process, ti shun the acquired inhuman Brahmanism and its obscurantist values to replace them by rational values through application of mind and whose mind is filled with venomous communal trash. You are like typical Sanghi who would not address the issues but start parroting unrelated nonsense to divert and subvert any healthy discourse. I am not interested in meeting you unless you are interested to learn. and unlearn. Next time you comment on my post only if you address the issues raised and not to pour the trash of your mind. bye.
य़ह लहर और सुनामी कारपोरेटी पैसे से मीडिया का शगूफा है. लहर है तो 10, 000 करोड़ रूपया छवि निर्माण पर क्यों. भाड़े के इतने बजरंगी क्यों.य मध्यवर्ग इसुक्षित जाहिलों का की जमात है. रोटी-शिक्षा मोदी देता नहीं छीनता है. किसानों की जमानें छीन कर अपने अदानी-अंबानी-टाटा आकाओं को देता है और किसान आत्महत्यया करते हैं. गुजरात का हर तीसरा बच्चा कुपोषित है. मोदी राज में 300 से अधिक सरकाकी स्कूल बंद कर दिए गए. अडानी की संपत्ति जरूर 400फीसदी से अधिक बढ़ गयी. पढ़िए-लिखिए दिमाग लगाने में किफायत मत कीजिए. वॉय..
Arvind Pal आप की बुद्धि पर जहालत का पर्दा पड़ा है और दिल में फिरकापरस्ती के जहर का कूड़ा. अफवाहों से इतिहास पढ़ने वाले आप जैसे 2 कौड़ी के संघी जिंदगी भर जहालत की दयनीय ज़िंदगी जीने को अभिशप्मत हैं.. जब भी मेरी पोस्ट पर या कहीं आपका कमेंट कभी विषय पर नहीं होता. दिमाग मिला है उसका इस्तेमाल कभी कभी कर लिया कीजिए नहीं तो आप में और पशु में कोई फर्क नहीं है. अरे मूर्खाधिराज, जब मुसलमान लूटने आए थे तोे आपके शूर-बीर क्या कर रहे थे? इस शू र-वीरों के देश में कैसे कोई नादिरशाह जैसा टुच्चा चरवाहा सिंध से बंगाल तक रौंद डालता है. जिस समाज में शस्त्र और शास्त्र का अधिकार मुट्ठी फर लोगों के लिए आरक्षित हों शेष कीड़े-मकोड़े फसे काई भी रौंद सकता है. कितने अंग्रेज आए थे जो 200 साल तक लूटते रहे और ऐज भी मोदी-मनमोहन जैसे साम्राज्यवादी दलालों के जरिए लूट रहे हैं. आप ही जैसे दास मानसिकता के हिंदुस्तानियों की बदौलत. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान संघी-जमाती दोनों अंग्रेजों की दलाली कर रहे थे. एक संघी नेता का नाम बताओ जो स्वतंत्रता आंदोलन में शरीक था. संघी-जमाती देशद्रोहियों की वैचारिक संताने अब फिरकापरस्ती का जहर फैलाकर, देश तोड़कर, अगली गुलामी का पथ प्रशस्त कर रहे हैं. थोड़ा इतिहोस पढ़ लें संघी मूर्खाधिराज, अफवाहों से इतिहास नबीं बनता. आपको पहले ही बता चुका हूं कि आप जैसे बंद-दिमाग, मंदबुद्धि जाहिल को सिखाने का धैर्य मेरे जैसे साधारण शिक्षक के पास नहीं है. पहले ही आपको विदा कर दिया था लेकिन बेशर्मी से आप लगे हुए हैं. अगली बार मेरी पोस्च पर विमर्श विकृत करने आए तो कई संघी जाहिलों को ब्लॉक कर चुका हूं. अलविदा.
Saras TripathiTell me one abusive word? You begin by calling the writer of poem a ISI agent without addressing the issues raised. This is typical Sanghi tactic to sabotage discussion by diverting the issue. Where does the Pakistani agent/traitor NaxaLITE COME FROM? i BLOCK HARDENED Sanghis who refuse to apply the mind and make judgmental statements WITHOUT ANY BASE OR SUBSTANTIATION. i DO NOT ABUS . i DO NOT USE ABUSIVE LANGUAGE BUT REFUSE TO ENTERTAIN SANGHI DUFFERS WITH CLOSED MIND. by SUPPORTING MODI, THE CAAMPION OF HATE CAMPAIGN, ORGANISER OF POGROM AND RAPE, YPOU ARE A TRUE SUPPORTER OF "VASUHAIV KUTMBAkam.". if you are serious in discussion you could have commented on the content instead of following George Bush. Your comment on my age is a reflection of your mental bankruptcy. Anyone who is born is destined to be old and die. Let us stop it here. I am not interested in debate for debate sake. I am a teacher and try to teach. If you can give one quality of Ambani's paid agent, cashing on communal FRENZY THAT HE IS VISIONARY, i WILL become your follower. This challenge is to all the victims of Modiyapa. I am in Delhi University, a professor of Political Science live in the campus, if you really want to discuss for the sake of learning and unlearning you are most welcome.
Ish Misra आपका अंदाज मेरे अंदाज से अलग हो सकता है अंदाज़ तो फिर अंदाज ही है. साहित्य में कई विधाएं होती हैं -- अविधा, व्यंजना, अतिरंजना. जैसे आप 30-40 लोगों से मिलकर 78 फीसदी मत मोदी को दिला रहे हैं जब कि किसी से भी मिलने वाले लोग लगभग समान सोच के होते हैं. इसे अतिरंजना कहते हैं.
Arvind Pal मित्र पहले ही आग्रह कर चुका हूं कि दिमाग के अंदर भरे फिरकापरस्ती के जहर को निकालकर उसे विवेक सम्मत बनाएं. दिमाग के इस्तेमाल में किफायत बौद्धिक-विकास में बाधक है क्योंकि दिमाग को भविष्य में इस्तेमाल के लिए रेफ्रीजरेटर में तो रख नहीं सकते. ओवैसी मोदी की ही तरह एक सांप्रदायिक नर-पिशाच है, कोई मैला खाए तो उसके दवाब में आप भी मऐला खायेंगे? संघी आदत के अनुसार , दिमाग को ताक पर विषयांतर से विमर्श को विकृत करने की साजिश से बाज नहीं आते. जरूरी नहीं है हर कोई हर बात पर बोले. विषय पर कुछ कहने को न हो तो चुप रहने में कोई बुराई नहीं है. एक साधारण शिक्षक को आपकी तरह बंद दिमाग के विद्यार्थी का दिमाग खोलने के लिए जितने समय और धैय4य की जरूरत है वह मेरे पास है नहीं. इस लिए विदा लीजिए, नहीं तो मैं ही विदा कर दूंगा.
@#Shbir Mansur संघियों की ही तरह आप भी प्रायः संघियों की तरह दिमाग के इस्तेमाल में कोताही करके विषयांतर से विमर्श को विकृत करते हैं. आप भी विदा लें. मैं 32 साल से कांग्रेस के खिलाफ लिखता रहा हूं. अभी मुल्क को खतरा फासीवादी अभियान से है. आप से संवाद मुझे समय की बर्बादी लगती है, अतः मुक्ति दें.
Saras Tripathi Verey good reasoning ha ha. Where did you learn it from? Bush? Those who are not with America are terrorists. Those who are not with Modi, an Ambani-Adani agent and a communal fascist, are ISI agent. Are you a CIA agent? 32 people have liked this post and and 7 people have shared it that means, we all 40 people are CIA agents? BJP gets less than 20% vots at the national level, are remaining over 80% ISI agents? Like a typical Sanghi तोता on anything get haunted by specter of ISI and Naxalism and like typical Sanghi bigot try to divert the issue to sabotage the discourse without application of mind. Sanghis use fake identities to spread rumors. RSS=Rumor Spreading Syndicate.
I have no time to waste, that too on a Sanghi duffer who has not gone into unlearning process, ti shun the acquired inhuman Brahmanism and its obscurantist values to replace them by rational values through application of mind and whose mind is filled with venomous communal trash. You are like typical Sanghi who would not address the issues but start parroting unrelated nonsense to divert and subvert any healthy discourse. I am not interested in meeting you unless you are interested to learn. and unlearn. Next time you comment on my post only if you address the issues raised and not to pour the trash of your mind. bye.
य़ह लहर और सुनामी कारपोरेटी पैसे से मीडिया का शगूफा है. लहर है तो 10, 000 करोड़ रूपया छवि निर्माण पर क्यों. भाड़े के इतने बजरंगी क्यों.य मध्यवर्ग इसुक्षित जाहिलों का की जमात है. रोटी-शिक्षा मोदी देता नहीं छीनता है. किसानों की जमानें छीन कर अपने अदानी-अंबानी-टाटा आकाओं को देता है और किसान आत्महत्यया करते हैं. गुजरात का हर तीसरा बच्चा कुपोषित है. मोदी राज में 300 से अधिक सरकाकी स्कूल बंद कर दिए गए. अडानी की संपत्ति जरूर 400फीसदी से अधिक बढ़ गयी. पढ़िए-लिखिए दिमाग लगाने में किफायत मत कीजिए. वॉय..
Arvind Pal आप की बुद्धि पर जहालत का पर्दा पड़ा है और दिल में फिरकापरस्ती के जहर का कूड़ा. अफवाहों से इतिहास पढ़ने वाले आप जैसे 2 कौड़ी के संघी जिंदगी भर जहालत की दयनीय ज़िंदगी जीने को अभिशप्मत हैं.. जब भी मेरी पोस्ट पर या कहीं आपका कमेंट कभी विषय पर नहीं होता. दिमाग मिला है उसका इस्तेमाल कभी कभी कर लिया कीजिए नहीं तो आप में और पशु में कोई फर्क नहीं है. अरे मूर्खाधिराज, जब मुसलमान लूटने आए थे तोे आपके शूर-बीर क्या कर रहे थे? इस शू र-वीरों के देश में कैसे कोई नादिरशाह जैसा टुच्चा चरवाहा सिंध से बंगाल तक रौंद डालता है. जिस समाज में शस्त्र और शास्त्र का अधिकार मुट्ठी फर लोगों के लिए आरक्षित हों शेष कीड़े-मकोड़े फसे काई भी रौंद सकता है. कितने अंग्रेज आए थे जो 200 साल तक लूटते रहे और ऐज भी मोदी-मनमोहन जैसे साम्राज्यवादी दलालों के जरिए लूट रहे हैं. आप ही जैसे दास मानसिकता के हिंदुस्तानियों की बदौलत. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान संघी-जमाती दोनों अंग्रेजों की दलाली कर रहे थे. एक संघी नेता का नाम बताओ जो स्वतंत्रता आंदोलन में शरीक था. संघी-जमाती देशद्रोहियों की वैचारिक संताने अब फिरकापरस्ती का जहर फैलाकर, देश तोड़कर, अगली गुलामी का पथ प्रशस्त कर रहे हैं. थोड़ा इतिहोस पढ़ लें संघी मूर्खाधिराज, अफवाहों से इतिहास नबीं बनता. आपको पहले ही बता चुका हूं कि आप जैसे बंद-दिमाग, मंदबुद्धि जाहिल को सिखाने का धैर्य मेरे जैसे साधारण शिक्षक के पास नहीं है. पहले ही आपको विदा कर दिया था लेकिन बेशर्मी से आप लगे हुए हैं. अगली बार मेरी पोस्च पर विमर्श विकृत करने आए तो कई संघी जाहिलों को ब्लॉक कर चुका हूं. अलविदा.
Saras TripathiTell me one abusive word? You begin by calling the writer of poem a ISI agent without addressing the issues raised. This is typical Sanghi tactic to sabotage discussion by diverting the issue. Where does the Pakistani agent/traitor NaxaLITE COME FROM? i BLOCK HARDENED Sanghis who refuse to apply the mind and make judgmental statements WITHOUT ANY BASE OR SUBSTANTIATION. i DO NOT ABUS . i DO NOT USE ABUSIVE LANGUAGE BUT REFUSE TO ENTERTAIN SANGHI DUFFERS WITH CLOSED MIND. by SUPPORTING MODI, THE CAAMPION OF HATE CAMPAIGN, ORGANISER OF POGROM AND RAPE, YPOU ARE A TRUE SUPPORTER OF "VASUHAIV KUTMBAkam.". if you are serious in discussion you could have commented on the content instead of following George Bush. Your comment on my age is a reflection of your mental bankruptcy. Anyone who is born is destined to be old and die. Let us stop it here. I am not interested in debate for debate sake. I am a teacher and try to teach. If you can give one quality of Ambani's paid agent, cashing on communal FRENZY THAT HE IS VISIONARY, i WILL become your follower. This challenge is to all the victims of Modiyapa. I am in Delhi University, a professor of Political Science live in the campus, if you really want to discuss for the sake of learning and unlearning you are most welcome.
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