Sunday, April 6, 2014

मोदी विमर्श २२


मोदी से संबंधित एक लिंक पर कुछ संघी तर्क देने की बजाय धमकी दे रहे थे कि 17 मई को पता चलेगा. उस पर मैंने यह कहा--

अगर बहुमत भी आ गया तो क्या हो जायेगा आधे तो कांग्रेसी और दूसरे भगोड़े होंगे जो कभी भी कहीं भी भाग सकते हैं, इसके अलावा जिन आदमखोर बूढ़े शेरों को अपमानित किया है, वो भी ताक में रहेंगे. हो सकता है मोदी के अहंकार से नागपुर भी आहत हो जाये, होने को तो कुछ भी हो सकता है. इतिहास ने कितने हिटलर-हलाकू-चंगेज देखे हैं, लेकिन मोदियाये इतिहास से सीख नहीं लेते और भूल जाते हैं इन आतताइयों के दर्दनाक अंत. लेकिन मान लीजिए ऐसा नहीं हुआ तो क्या होगा. लहर में तो कोई भी जीत सकता है फिर क्यों पुराने कार्यकर्ताओं को नज़र-अंदाज कर हर दल के भ्रष्ट और आपराधिक छवि के नेताओं को खड़ा कर रही है, क्यों चुक चुके उदितराजों-पासवानों के दामन थाम रही है.

Rajiv Jha  कुछ लोग लाटरी निकलने पर पगलाते हैं कुछ टिकट खरीदकर ही पगला जाते हैं, मोदियापे की जहालत से पीड़ित मोदी के अंधभक्तों की हाल यही है. इन भक्तों से अगर इनके भगवान के भगवानत्व का एक गुण पूछिए तो 6मई की धमकी देते हैं. जंम की जीववैज्ञानिक दुर्घटना की अस्मिता से उपर उठ पाने में असमर्थ ये बजरंगी यह नहीं जानते कि नास्तिक भूत और भगवान से नहीं डरते.

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