तुमने कहा तुम हिंदुस्तान हो
विश्व बैंक की शान हो
चढ़कर शाही बग्घीपर
आम आदमी की हड़्डी पर
करते हो तोप-टैंकों का प्रदर्शन
जन पर तंत्र का प्रहसन
जाग रहा है अब जनगण
छेड़ेगा अब भीषण रण
करेगा जनशक्ति का प्रदर्शन
तोप-टैंकों के तंत्र का मर्दन
डरेगा न अब बम-गोलों के शोर से
दबा देगा उन्हें इंकिलाबी नारों के जोर से
तोड़ेगा शाही बग्घी की शान
लायेगा धरती पर एक नया बिहान
होंगे खत्म भेदभाव के सभी निशान
बनेगा तब जनगण असली हिंदुस्तान
[ईमि/26.01.2014]
आमीन !
ReplyDeleteAmen
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