आंखो का सुकून और दिल की आवारगी
कानों के सुख से मिली स्वाद की सादगी
उन गुलों की सुगंध है नीकों में आज भी
चाहिए इस ज़िंदगी महज़ दोस्ती आपकी
[ईमि/28.10.2013]
कानों के सुख से मिली स्वाद की सादगी
उन गुलों की सुगंध है नीकों में आज भी
चाहिए इस ज़िंदगी महज़ दोस्ती आपकी
[ईमि/28.10.2013]
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