Raj K Mishra कौटिल्य के अर्थशास्त्र में महाभारत का जिक्र नहीं है इसके कुछ पात्रों की किंवदंतियों का जिक्र है. किंवदंतियों के युधिष्ठिर नामक एक जुआरी चरित्र का जिक्र है। वह विजिगिषु (विजयाकांक्षी राजा) को सलाह देता है कि विजय अभियान पर निकलने के पहले उसे देवताओं (अरुण, वरुण, इंद्र आदि वैदिक देवता ) की अभ्यर्थना करनी चाहिए तथा विपत्तियों से बचने के लिए दानवों की। दानवों की कोटि में कंस और कृष्ण का वर्णन एक साथ करता है। उसीका समकालीन मेगस्थनीज कृष्ण का वर्णन सूरसेन (मशुरा) क्षेत्र के किंवदंतियों के स्थथानीय नायक के रूप में करता है (आरएस शर्मा, Perspectives on Political Ideas and Institutions in Ancient India)। जैसे बाल्मीकि के मर्यादा पुरुषोत्तम को तुलसीदास के रामचरितमानस ने भगवान बनाया वैसे ही महाभारत कृष्ण को गीता ने।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment