Markandey Pandey इस पोस्ट पर उनके कमेंट तो दिख नहीं रहे हैं। उन्हें निकाल तो नहीं दिया गया? पहले आरक्षण की मलाई का तंज हो रहा था, जब पता चला अमेरिका में बिना आरक्षण के कुछ कर रहा है तब उसके काम का मजाक। सुखद संयोग से अमेरिका में श्रम की वैसी अवमानना नहीं होती जैसी हमारे यहां। लाइनमैनी की तो छोड़िए सफाई कर्मचारी को भी अपमान की दृष्टि से नहीं देखा जाता। प्रोफेसर और सफाई कर्मचारी के बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। हम सब श्रमशक्ति बेचकर रोजी चलाते है, हुनर और उपलब्धता के अनुसार कोई कुछ कर रहा होता है, कोई कुछ और। श्रम ही जीवन की आत्मा है, हमें श्रम का सम्मान करना चाहिए, अपमान नहीं।
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