Wednesday, February 26, 2020

लल्ला पुराण 261 (सीएए)

मैं तो सोचता था कि हिंदुओं में बाभन, अहिर, चमार, कुर्मी, भुंइहार .. आदि कोटियां होती हैं जिनमें बाद की कोटियां बाभनों को युरेशियाई कहकर प्रताड़ित करती हैं, आपने बताया हिंदुओं में हरामियों की एक अन्य कोटि भी होती जिनके बाप रोहिंग्या होते हैं और जिन पर गैर हरामी मौन रखतेहैं। नई जानकारी का आभार।

Uday Bhan Dwivedi इतने समझदार हम कहां? हम तो पूछ रहे हैं कि कौन कौन हिंदू हरामी होते हैं कौन गैरहरामी। गैरहरामियों में सब ब्राह्मण ही होते हैं या आरक्षण के नाम पर उनका हक मारने वाले ओबीसी और दलित भी? मुझे तो यह भी नहीं मालुम कि सीएए के हिंदू विरोधियों का बाप कोई रोहिंग्या है। हमने तो रोहिंग्या देखा नहीं है सुना है म्यांमार के प्रताड़ित बासिंदे हैं, शायद इंसान ही होंगे।

सीएए का समर्थन करने वाले सब जातियों वाले गैरहरामी हैं कि केवल बाभन?

Uday Bhan Dwivedi इतने समझदार हम कहां? हम तो पूछ रहे हैं कि कौन कौन हिंदू हरामी होते हैं कौन गैरहरामी। गैरहरामियों में सब ब्राह्मण ही होते हैं या आरक्षण के नाम पर उनका हक मारने वाले ओबीसी और दलित भी? मुझे तो यह भी नहीं मालुम कि सीएए के हिंदू विरोधियों का बाप कोई रोहिंग्या है। हमने तो रोहिंग्या देखा नहीं है सुना है म्यांमार के प्रताड़ित बासिंदे हैं, शायद इंसान ही होंगे।

Uday Bhan Dwivedi आप ने लगाया है आप ही बताएंगे कि किन हिंदुओं को यह हरामी कह रहा है? हम तो सीएए विरोधी प्रदर्शनों से जुड़े हैं, 2 बार जामिया, 2 बार शाहीन बाग और 30 जनवरी को राजघाट, 25 फरवरी को मुजफ्फरपुर तथा 22 फरवरी को रांची सीएए विरोधी कार्यक्रमों मे भाषण भी दे चुके लेकिन मेरे पिता जी शायद रोहिंगया तो नहीं ही रहे होंगे, उनके पिताजी यद्यपि अपनी जवानी में बर्मा में रह चुके थे कुछ दिन। आपके पोस्टर की सीएए विरोध की शर्त पूरी करता हूं रोहिंग्या की औलाद की नहीं, वैसे भी मैं तो हिंदू हूं नहीं क्योंकि हिंदू होने के लिए किसी जाति का होना चाहिए लेकिन मैं तो पैदा बाभन जरूर हुआ था लेकिन बहुत पहले बाभन से इंसान बन गया और नास्तिक। तो पता नहीं हरामी की कोटि में आऊंगा या गैरहरामी का? आप से इसी लिएस्पष्ट करनेको कहा।

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