आपका क्रोध और विरोध उनपर नहीं उतरना चाहिए जिनके पास आप पर दमन का दम नहीं है, बल्कि उनपर जिनके पास दमनतंत्र है और जो वास्तव में आपका दमन करते रहे हैं. यह बात दिवंगत, मुक्केबाजी चैंपियन मोहम्मद अली के अमेरिकी सेना में भर्ती होने से इंकार के "देशद्रोह" और देश पर मंड़रा रहे "बांगलादेशी घुसपैठियों के खतरे" के संदर्भ में दिमाग में आई.
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