समादवाद बबुआ धीरे धीरे आई
प्रापर्टी डीलर के खनन मंत्री बनवाई
बेटवा-बिटिया-कुत्ता बिल्लिन के नांव
बड़ी बड़ई कंपिनिया बनवाई बनवाई
हरामखोरी क सब कालाधन उही में समाई
समादवाद एनके धीरे धीरे आई
जोमें मुलुकवा नीलामी का काली कमाई समाई
समाजवाद इनके इही कदर आई
समाजवाद बबुआ.......
खनन माफिया इज्जतदार मंत्री बनि जाई
सरकरवा के बपवा के गोड़वा में समाई
समाजवाद इनकै गत्ते गत्ते आई
गुंडन के गढ़ में सैफई उत्सव मनाई
समाजवाद बबुआ........
बिडला से आई औ अमरसिंह से आई
बेटवा-बिटिआ; बहू-दमाद;
भाय-भतीजा; नात-पनात
पोती-पोता; नाती-नातिन
नौकर-चाकर; कुकुर-बिलार
सबकै नैया पार लगायौ
सबके समाजवाद क सिपाही बनाई
समाजवाद.......
मुजफ्फरनगर में छुप-छुपाके मोदी से हाथ मिलाई
सूबे के सब अपराधिन क मंत्री-सांसद-विधायक
कछु-न-कछु बनवाई
समाजवाद.....
(गोरख पांडे के मशहूर गीत समाजवाद बबुआ .... से थोड़ी छेड़-छाड़ )
(ईमिः28.09.2016)
(ईमिः28.09.2016)
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