Sunday, May 24, 2015

इतिहास से वंचित कर दो

इतिहास से वंचित कर दो

वह इतिहास पढ़ता है
पढ़ने तक गनीमत थी
वह सीखता भी है इतिहास से
जान सकता है
महान सम्राटों के
खून से सने गौरवशाली हाथों की हक़ीकत
उनको इतिहास से वंचित कर दो

उन्हें पढ़ाओ वेदों की महानता
कर्मकांडों की महिमा
तथा विधर्मियों के हाथों शहीद
पूर्वजों की गरिमा
पढ़ेगा का यदि वह राजनैतिक इतिहास
कर सकता है अतीत को
वर्तमान से जोड़ने का ही नहीं
भविष्य को मोड़ने का भी प्रयास
उसे इतिहास से वंचित कर दो

खतरनाक है बच्चों को पढ़ाना इतिहास
वह जान जायेगा इतिहास का सार
कि इतिहास की गाड़ी में बैक गीयर नहीं होता
मानेगा ही ऋग्वेद की ऐतिहासिक महत्ता
श्रद्धा से नमन तो करेगा
अपने अतिप्राचीन पूर्वजों को
उनके समतावादी सौंदयबोध
तथा सोमरस के सुरूर में
भौतिकवादी काव्यबोध के लिये
लेकिन समझ सकता है
वैदिक गणित-विज्ञान के अभियान की असलियत
भांप सकता है भविष्य से साज़िश की नीयत
उसे इतिहास से वंचित कर दो

कितना प्रतिगामी बनाना है बच्चों को इतिहास पढ़ाना
उन्हें पीछे नहीं आगे ले जाना है
विकास का इतिहास नहीं भूगोल पढ़ाना है
उसे चारवाकी सवालबाज नहीं
क़ॉरपोरेटी विकासबाज बनाना है
पढ़ेगा ग़र इतिहास
जान जायेगा सत्ता की साज़िशों की फेहरिस्त
और यह भी कि सब कुछ जायज है जंग-ए-तख्त में
मलुम हो जायेगी उसे अजातशत्रुओं की बातें
कि सत्ता के लिये बाप को भी बख़्शा नहीं जाता
भाइयों की लाशों पर
हुकूमत के किले बनाने वाले अशोकों-औरंगजेबों को
और मुमकिन है
वे इतिहास की वर्तमान व्याख्या शुरू कर दें
यह बहुत खतरनाक है
उसे इतिहास से वंचित कर दो

कितना खतरनाक है बच्चों को इतिहास पढ़ाना
वे जान जायेंगे
कि किस तरह करके वंचित बहुजन को
शस्त्र तथा शास्त्र के अधिकार से
ब्राह्मणवाद ने रचा जहालत का जाल
किया पेश सामाजिक जड़ता की मिशाल
फेल कर सकते हैं वे
अतीत के स्वर्णयुग की स्वर्णिम चाल
यह और भी खतरनाक है
उसे इतिहास से वंचित कर दो

अगर इतिहास पढ़ेंगे बच्चे
तो वे यह भी पढ़ेगे
कि सोने की चिढ़िया कहा जाता था भारत
इतिहास की अठारहवी शदी तक
और यह भी कि मुगलकाल में ही बना वह
अंतरराष्ट्रीय व्यापार का प्रमुख किरदार
कैसे चलेगा हजार साल की गुलामी प्रचार
यह उससे भी खतरनाक है
उसे इतिहास से वंचित कर दो

इतिहास पढ़ना इस लिहाज से भी खतरनाक है
वह यह भी जान जायेगा
कि एक ईस्टइंडिया कंपना आई थी हिंदुस्तान
मांगने व्यापार की इज़ाजत मुगल सम्राट से
मिलते ही इज़जात शुरू किया कंपनी ने तिजारती लूट
काबिज हो गयी मुल्क पर मिलते ही छूट
200 साल तक बना रहा मुल्क गुलाम
पढ़ेगा अगर वह इतिहास
लगायेगा सवालिया निशान
मेक इन इंडिया के लिये
सैकड़ों कंपनियों को दिये बुलावे पर
यह सबसे खतरनाक होगा
उसे इतिहास से वंचित कर दो.
(ईमि/24.05.2015)









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