इंदौर विव में काश्मीरी छात्रों की सहायता के बयान पर कुलपति के कार्यालय में लाठीधारी बजरंगियों की उत्पात से संत्रस्त कुलपति जवाहरलाल कॉल को आईसीयू में भारती होना पडा. मैं कॉल के बारे में उनके संघी झुकाव की खबरों अधिक नहीं जानता. लेकिन १०-२० बजरंगी लम्पटों द्वारा देश की वर्णाश्रमी अपसंस्कृति और संघी-अंधदेशभक्ति के ठेकेदार बन शिक्षा संस्थानों में हुडदंग देश भर में एक ढर्रा बन गया है और अपने आकाओं की कृपा से ये अपराधी खुले आम घूमते हुए लम्पटता का आतंक फैलाते रहने का एक ढर्रा सा बन गया है. इनको मुहतोड़ जवाब न मिला तो देश लम्पटता का गढ़ बनकर रह जाएगा.
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बन चुका है ।
ReplyDeleteइसे रोकना होगा
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