Saturday, September 6, 2014

लल्ला पुराण 171

राजीव गाँधी क्या कर रहे हैं आज वह महत्वपुर्ण नहीं हैं. वे प्रधानमंत्री नहीं हैं, न ही उन्होंने १०० दिन में काला धन वापस लाने का वायदा किया था, वापस लाने की बजे कला बाजारियों के पैसे पर ऐश कर रहे हैं. मोदी अपनी लफ्फाजी में १०० दिन के शासन में स्वर्ग बनाने का वायदा किया था, अम्बानी- अडानी-टाटा-सुजुकी के लिए बन रहा है स्वर्ग  जो कि नरक है आंटा-चावल के भाव से त्रस्त आम आदमी के लिए, अच्छे दिनों की गुहार लगाने वाले पढ़े-लिखे जाहिलों का क्या कहना है अब?

Rakesh Kumar पक्ष-विपक्ष सभी सत्ता लोलुप हैं तभी तो हम जनवादी विकल्प की हिमायत करते हैं. राजीव गांधी तो अपनी जगह पहुँच गए, ५ साल में मोदी जी भी वहीं पहुंचेंगे लेकिन इन ५ सालों में यदि शुरुआत आगाज़ के लक्षण दिखाता है तो ५ सालों बाद देश के जो हालात हो जायेंगे उससे उबरना मुश्किल होगा.

मैं जनवादी विकल्प करी बात कर रहा हूँ, कुछ पढ़िए-लिखिए तो पता चलेगा कि चीन का मौजूदा पूंजीवादी नेत्रित्व माओ को खलनायक मानता है. होशियार तो संघी होते हैं लेकिन देश बेचने के लिए लोगों को साम्प्रदायिक आधार पर लड़ाकर ध्यान बंटाने के लिए. हाँ कोइ विवेकशील व्यक्ति संघी दकियानूसी में नहीं
फंसा रहेगा.

मोदी विरोधी कोइ नहीं है, मोदी तो साम्राज्यवाद का छोटा सा मोहरा है जो पढ़े-लिखे जाहिलों के चलते अवतारपुरुष बन गया है. जाहिल इसलिए कि वे अपने आराध्य का एक गुण नहें बता पाते जिससे वह किसी जादू की छडी से देश की समस्याएं हल कर देगा. १०० दिन मे कालाधन कहाँ गए? लफ्फाजी को विद्वता मान लेने वालों को क्या कहा जाएगा.

Ajai Singh This is budget allocated by government. Talking to children is good but what was the content of the talk? Please quote one sentence that impressed you and shows the the paid agent of Ambanis-Adanis a visionary. SIT can be managed as the false encounnters. Who organized the pogrom? If he did not then why could he not stop it for 3 days? If he did not commit that crime against humanity, then who did?  If he cpould not stop it then he is most inefficient administrators. IOf he organises such pogrom or cant stop it at national level what shall happen?That is why I say, the number of educated duffers far exceeds than their uneducated counterparts.Your this comment proves my statement. Such educated duffers by not applying mind join back the animal kingdom as the application application of mind distinguishes humans from other animals. What reform your "hero" is bringing about or what he did in 12 years in Gujarat except giving away the peoples' resources to his financiers -- Tatas-Adanis-Ambanis after coming to power with the help of communal polarization by organizing unprecedented pogrom, mass gang rapes, arson, plunder and displacement? I really wonder about your education if liar and expert in deceptions, demagogue is your hero. What people orientation you find in it? Plans to unplan the country? Changing the labor laws to hire and fire principle? To change the land acquisition Act to easily expropriate the peasants and gift away their lands to corporate that spent thousands of crores in his image building? By making the accused of false encounter on bail as the party chief? Deputing to UP top create with tacit alliance with Mulayam atmosphere of communal hatred by organizing murders, rape and arson and terror in Muzaffarnagar and Shamli to permanently displace thousands of families from their homes? As long as education produces sheep and parrot, the communal criminals will run the show. Supporters of criminal acts, are tacit ally in crimes.

विकास दर बहुत बड़ा  छलावा है. चलिये, 100 दिन का वायदा तो लफ्फाजी साबित हुअा, 1 साल भी देख लेंगे . अभी तक तो जो दिख रहा है वह देश को भूमंडलीय पूंजी के हवाले करने की तैयारी है. अौर अाप जानते ही हैं व्यापाररी का काम ज्याददा-से-ज्यादा मुनाफा कमाना होताहै, जनकल्यण नहीं.

yes, he has developed plans -- change the labor laws on the hire and fire principles and change the land acquisition land so that the agricultural lands can easily be given away to corporate. FDI in railway and defense. As it will bring benefit  to corporate and hence shall be nationalism. peasants and poor people should sacrifice for nation i.e. the global corporate.

2 comments:

  1. पढ़े लिखे जाहिल वाह ये सबसे अच्छा लगता है
    मुस्कुराता जरूर होगा कोई मगर यस सर कौन कहता है :)

    ReplyDelete
  2. हा हा
    दंभ में बैठ जाता है मुडेर पर कहता है उसे जब कोई यस सर
    चरणों में लेट जाता है कहता है वह जब किसी को यस सर

    ReplyDelete