एक बजरंगी लंपटअग्निवेश की पिटाई का समर्थन कश्मीरी पत्थरबाजों के नाम पर कर रहा था। उस पर:
यानि आप भी बजरंगी अपराधियों के समर्थक है । कश्मीरी युवा भटके हुए नौजवान नहीं, फौजी दमन के विरुद्ध आजादी के आंदोलनकारी हैं। वैसे बजरंगी लंपटों के पास तर्क नहीं होता तो एक जघन्य अपराध का समर्थन दूसरे तथा कथित अपराधों से करते हैं। जो एक अपराध के समर्थन में दूसरे अपराध का जिक्र करे वह मनसा अपराधी और घृणित प्राणी होता है। संवेदनाओं का अपराधीकरण तथा बर्बरीकरण परवरिश का फल है या शाखा की ड्रिल का?पर हमला)
No comments:
Post a Comment