Suhel Nadeem डार्विन ने मनुष्य का विकास बहुत तर्कों से समझाया है। यदि God ने मनुष्य बनाया तो गॉड को किसने बनाया? मेरी खोई कलम तो खुजवा नहीं सका और क्या कर सकता है? वह गॉड यहां तमाम गॉडों ब्रह्मा-विष्णु इत्यादि बहुलतावादी है तो जेरुसलम और मक्का में एक हो जाता है। खुदा तो 7वीं शताब्दी में आ टपका, एत चतुर चरवाहा खुद को उसका आखिरी संदेशवाहक कह कर नए गॉड की खोज कर दी। इन्हीं भगवानों की कड़ीभगवान रजनीश, आशाराम और राम रहीम हैं। जब तक धर्मांधता रहेगी चतुर-चालाक भगवान के नाम पर लोगों को उल्लू बनाकर अपना उल्लू सीधा करते रहेंगे।
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