Suhel Nadeem फिर कब खुदा आया? मुहम्मद साहब ने जब खुदा का मशीहा होने का दावा किया उसके पहले तो अरब बहुदेवता पूजक थे। सब मिलकर एक खुदा में कहां से समा गए? चलिए धर्मांधता में तर्क की गुंजाइश नहीं होती। सेक्स करने वाले मां-बाप उसी तरह विकसित हुए जिस तरह सेक्स से श्रृष्टि रचने वाले अन्य जीव। अगर मान लीजिए खुदा ने सबको बनाया तो उसे किसने बनाया? मुहम्मद साहब के पहले तो खुदा नामक कोई वस्तु थी नहीं। चलिए अब और सवाल नहीं पूंछूंगा नहीं तो धार्मिक भावनाएं मोम की तरह होती हैं दूर की लपट से पिघल जाती हैं।
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