कश्मीरी लड़कियां ही नहीं लड़के भी बहुत खूबसूरत होते हैं तथा प्रेम करने में स्थान/जाति/धर्म का बंधन नहीं होना चाहिए। उत्तर की लड़कियां दक्षिण के लड़कों से प्यार-शादी करें; दक्षिण की लड़कियां उत्तर या पूरब-पश्चिम के लड़कों से। कश्मीरी लड़के बिहार-उप्र की लड़कियों से प्यार करें और इधर के लड़के कशमीर की लड़कियों से। वगैरह वगैरह ... ऐसा हो कि प्रेम तथा विवाह जैसे रिश्तों में जाति-धर्म-क्षेत्र- ... के बंधन समाप्त हो जाएं तो हिंदुस्तान एक खूबसूरत कायनात बन जाए।
लेकिन कल से कुछ साध्वियां कुंवारे लड़कों की शादियों के प्रस्ताव लेकर कश्मीर जाने को बेताब हैं। इलाहाबाद के कुछ फेसबुक ग्रुपों पर डल झील पर लिट्टी-चोखा बनाने और कश्मीरी लड़कियां पाने-लाने की होड़ मच गयी है, जैसे डल झील इनके दादा की हो गयी हो और कश्मीर की लड़कियां इनसे शादी करने के लिए कतार लगाए खड़ी हैं।
इन्हें कश्मीर के इतिहास तथा कश्मीर के लोगों से कोई मतलब नहीं है, इन मर्दवादी छिछोरे लंपटों को बस वहां की औरतें और ज़मीन बस ये दो चीज़ें पसन्द हैं। ये इन्ही का ख़्वाब देखते जीते-मरते हैं। इन बर्बर नराधमों के परिवार की महिलाएं -- बेटियां, बहनें, माएं क्या जानती हैं कि उनके घरों में ऐसी बलात्कारी मानसिकता के मर्द रहते हैं?
वैसे 370 के कुछ हिस्से संशोधित हुए हैं, कश्मीर की जमीनों और लड़कियों का इनके नाम पट्टा नहीं हुआ है । कश्मीरी भी हमारी आपकी तरह, हाड़-मांस तथा मानवीय संवेदनाओं वाले जीव हैं, प्यार करो शादी करो। जमीन और लड़की लूटने का अभियान मत चलाओ। कश्मीर को भारतका अभिन्न अंग मानते हैं तो कश्मीरी को भी अपने जैसा भारतीय मानिए।
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ReplyDeletewas great. I don't know who you are but definitely you're going to a
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