प्यार
ईश मिश्र
कौन कहता है प्यार
त्रासदी है ?
यह प्यार से
अनभिज्ञ आबादी है
प्यार तो एक सुखद
संयोग है
मैत्री का चरम आवेग है
जो घिसी-पिटी राह
पकड़ते हैं
प्यार में वर्चश्व
ढूँढते हैं
वे प्यार से वंचित
जीते, मरते हैं
ढूढने से नहीं
मिलता प्यार
करते रहिये बार-बार
इजहार
करो मुहब्बत
दुनिया से माशूक भी जिसका हिस्सा है
चलता बहुत दिनों
तक ऐसी मुहब्बतों का किस्सा है
[July
2011]
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