Wednesday, February 14, 2018

भीख का रोजगार

भीख का रोजगार

बेरोजगारी का एक नुख्सा है
पकौड़ी की बाजार
उससे भी अधिक सम्मानित है
भीख का रोजगार
एक बौद्धिकाचार्य ने दिया
बेरोजगारी पर राष्ट्रवादी प्रवचन
भिखारीपन के रोजगार का है
पवित्र-पावन सनातनी प्रचलन
बेरोजगारी का रोना रोते हैं
राष्ट्रवाद के गद्दार वामी-कौमी
करते जो पवित्र अंधविश्वासों के साथ
नास्तिकता की नमक हरामी
फैलाते हैं वे जेयनयू के दूषित विचार
गाय-बानर पूजने की पुनीत प्रथा पर
करते हैं ये निर्मम प्रहार
करते हैं जब बेजगारों की गिनती
शाजिसन नजर-अंदाज करते हैं
भीख उद्योग में जारी नियुक्तियों की
इस उद्योग में कार्यरत हैं 20 करोड़ मजदूर
जिनकी संख्या रखते हैं ये आंकड़ों से दूर
पिछली सरकारें ने किया नहीं
इस उद्योग का विकास
राष्ट्रवादी सरकार का संकल्प है
सबका साथ सबका विकास
इस उपेक्षित उद्योग को बनाने को
उन्नतिशील
सत्ता में आते ही यह राष्टवादी सरकार
बाकी क्षेत्रों में है नौकरियों की कटौती में
प्रयत्नशील
बना लो भीख को रोजगार
देश में रहेगा कोई न बेरोजगार
आइए देश की महानता में हाथ बंटाएं
भीख उद्योग के राष्टीय उद्यम बनाएं
बंदे मातरम् और भारत माता की जय
राष्ट्रीय नारा बनाएं

भवदीय
इंद्रेश कुमार
आरयसयस चिंतक

(ईमि: 15.02.2018)

No comments:

Post a Comment