Sunday, February 18, 2018

प्रतिमा राकेश के जन्मदिन पर

काश मैं भी इस विरले दिन होता आपके शहर में
बह गया होता आपकी मेहमाननवाजी के बहर में
मुबारक हो दुनिया को यह मुबारक तारीख
आयी जब इस दुनिया में आपकी तस्वीर शरीफ
दुआ है हर साल यह हो तारीख लेने की नई उड़ान
इतनी की सीमा हो न जिसकी कोई भी आसमान
(18.02.2018)

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