Monday, September 25, 2017

हताशा के इस काल में

हताशा के इस काल में
आशा की किरण हैं ये लड़कियां
लाठी गोली डरतीं नहीं
उन्हें ललकारती ये लड़कियां
जरूरत है नए विप्लव की
उसी की आगाज हैं ये लड़कियां
बहादुर बेटियों को सलाम.
(24.09.2017)

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