Wednesday, December 25, 2013

अटल जी के जन्मदिन पर

अटल जी के जन्मदिन पर 

मुबारक हो 89वां जन्मदिन अटलविहारी का
बीते दिनों देश के मुखिया के मुकुटधारी का
अटल जी के राज में राजधर्म एक घोटाला था
धर्मोंमादी कॉर्पेोरेटी राज का बोलबाला था
मोदी को पढ़ाया राजधर्म का पाठ ऐसा
किया कत्ल-ए-आम हिटलर जैसा
लूटा घर जलाई दुकानें और खेत
ढहाया मस्जिद मजारों को किया रेत
कराया जमके सामूहिक बलात्कार
न देखा बुढ़िया न बच्ची का विचार
बेचते थे देश कहते थे विनिवेश
बेचते रहे मौसेरे भाई जो बचा था शेष
बनाया था स्वदेशी जागरण मंच
कर रहा था ऍनरॉन जब लूट का प्रपंच
जिसने दिया जॉर्ज को मौका साथ होने का
उतार लाल टोपी केसरिया पहन लेने का 
बन गए थे 13 दिन के पीयम जब
स्वदेशी को 180 अंश घुमा दिया तब
किया इस शासन में एक ही काम
ऍनरॉन को दिया काउंटर गारंटी का ईनाम
सोचा भी नहीं विश्वासमत की बात
संसदीय नैतिकता को मारा लात
जवानी में भी करते थे इसी तरह का काम
संघ था स्वतंत्रता संग्राम की मुख़ालफ़त में सन्नाम
अटल जी देते थे बागियों की मुखबिरी को अंज़ाम
दोगलापन है सभ्यता का चरित्र
इतिहास का यह सच लगे भले ही विचित्र
कायम किया सभ्यता की नई मिसाल 
कथनी का करते रहे करनी में उल्टा हाल 
देते हैं अदालत में हलफनामा 
करेंगे महज़ भजन-कीर्तन-गाना 
भाषण दिया जब लखनऊ की उस रैली में
विध्वंस का संकेत दिया अपनी खास शैली में 
ध्वस्त कर दिया मस्जिद जब बजरंगी शूरवीरों ने 
जश्न मनाया इनके सभी संघी हीरों ने 
इनने इसे इतिहास पर कालिख बताया 
राष्ट्रीय उफान कह वाज़िब ठहराया
बन गए प्रामाणिक पीयम जब 
मोंटेक-चिदंबरम् को साथ ले लिया तब 
कहा बनेगा देश अब दुनिया की बड़ी ताकत
कारपोरेटों को भेंट किया किसानों की लागत 
हो रहा था जब गुजरात में नरसंहार
प्रधानमंत्री के रूप में हुए थे बहुत शर्मसार 
निक्कर पहन तुरंत किया विमर्श
मोदी के राजधर्म को बताया आदर्श 
हैं ऐसे ही बहुत सारे सवाल 
मच सकता है मगर उनपर बवाल
दीर्घायु हों देदें ग़र चंद सवालों के जवाब
हो जाएगा कवि खुशी से बाग बाग 
[ईमि/26.12.2013]

7 comments: