गाफिल यहां गफलत की मत करो गड़बड़
बुढ़ापा होगा आपका करो मत युवा ईश पर बड़बड़
दिशा मैदान तो हर उम्र की फितरत है
जवान क्या बच्चों की भी जरूरत है
मैं नहीं हूं उद्वेलि आपकी बात पर गाफिल
बुढ़ापे की बात से बिगाड़ें न आप महफिल
जीना है मुझको तो 135 साल
बुढ़पा लाए 57 की उम्र
इसकी क्या मजाल
135 बहुत कम होते हैं जनाब थोड़ा सा बढाइये !
ReplyDeleteअभी उतना ही रखते हैं
ReplyDeleteसठियाने के बाद आगे की सोचेंगे