युवा उमंगों की लहरों पर दुनिया की आजादी फलती है
उस ओर जमाना झुकता है जिस ओर जवानी झुकती है
तुम्हे मालुम नहीं मगर बना रहे हो तुम एक नया इतिहास
जहां हवा को पीठ देने का ही रहा हो रिवाज
प्रतिरोध की संस्कृति की शुरुआत है बड़ी बात
पढ़ते भी रहो लड़ते भी रहो आगे ही सदा बढ़ते ही रहो
(हिंदू कॉलेज के प्रदर्शनकारी छात्रों के नाम)
(ईमि: 26.08.2017)
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